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Pushpa ki abhilasha prashna uttar | पुष्प की अभिलाषा प्रश्न उत्तर

  • BY:
     RF Temre

पाठ -1 पुष्प की अभिलाषा

चाह नहीं मैं सुरबाला के,
गहनों में गूँथा जाऊँ।
चाह नहीं प्रेमी माला में,
बिंध प्यारी को ललचाऊँ।

चाह नहीं सम्राटों के शव,
पर, हे हरि डाला जाऊँ।
चाह नहीं, देवों के सिर पर,
चढ़ूँ ,भाग्य पर इठलाऊँ।

मुझे तोड़ लेना वनमाली,
उस पथ पर तुम देना फेंक।
मातृभूमि पर शीश चढ़ाने,
जिस पथ जाएँ वीर अनेक।।

अभ्यास

(क) देवों के सिर पर चढ़ने के बाद पुष्प के कौन से भाव व्यक्त होते हैं?
उत्तर- देवों के सिर पर चढ़ने के बाद पुष्प ने अपने भाग्य पर घमण्ड न करने के भाव व्यक्त होते हैं।

(ख) पुष्प वनमाली से क्या कह रहा है?
उत्तर- पुष्प वनमाली से कहता है कि मुझे तोड़ लेना और उस पथ पर फेंक देना, जहाँ से मातृभूमि की रक्षा करने अनेक वीर गुजरते हैं।

(ग) पुष्प अपनी राष्ट्रीय भावना किस प्रकार व्यक्त करना चाहता है?
उत्तर- पुष्प वीरों के मार्ग में गिरकर (पड़े रहते हुए) अपनी राष्ट्रीय भावना को अभिव्यक्त करता है।

(घ) पुष्प ने कहाँ-कहाँ नहीं चढ़ने इच्छा व्यक्त की है?
उत्तर- पुष्प ने सम्राटोंं के शव और देवों के सिर पर नहीं चढ़ाने की इक्छा व्यक्त की है।

हिन्दी व्याकरण के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. 'ज' का अर्थ, द्विज का अर्थ
2. भिज्ञ और अभिज्ञ में अन्तर
3. किन्तु और परन्तु में अन्तर
4. आरंभ और प्रारंभ में अन्तर
5. सन्सार, सन्मेलन जैसे शब्द शुद्ध नहीं हैं क्यों
6. उपमेय, उपमान, साधारण धर्म, वाचक शब्द क्या है.
7. 'र' के विभिन्न रूप- रकार, ऋकार, रेफ
8. सर्वनाम और उसके प्रकार

प्रश्न-3 निम्नलिखित पक्तियों को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

मुझे तोड़ लेना वनमाली,
उस पथ पर देना फेंक।
मातृभूमि पर शीश चढ़ाने,
जिस पथ जाएँ वीर अनेक।

(1) कविता के कवि का नाम लिखिए।
उत्तर- कविता के कवि का नाम माखनलाल चतुर्वेदी है।

(2) यह कविता किस पाठ्यपुस्तक से ली गई है?
उत्तर- यह कविता भाषा भारती पाठ्यपुस्तक से ली गई है।

(3) इस कविता के पाठ का नाम (शीर्षक) क्या है?
उत्तर- इस कविता के पाठ का नाम पुष्प की अभिलाषा है।

(4) कविता की मुख्य भावना क्या है?
उत्तर- कविता की मुख्य भावना देश भक्ति है।

इन 👇 कविताओं एवं उनके अभ्यास के बारे में भी जानें।
1. जिसने सूरज चाँद बनाया भावार्थ एवं अभ्यास
2. 'पुष्प की अभिलाषा' कविता का भावार्थ
3. 'मत ठहरो तुमको चलना ही चलना है।'
4. वर दे ! कविता (सरस्वती वन्दना) का अर्थ
5. प्रायोजनाकार्य- विजयी विश्व तिऱंगा प्यारा


संबंधित जानकारी के लिए नीचे दिये गए विडियो को देखें।👇🏻
(Watch video for related information)

संबंधित जानकारी नीचे देखें।
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आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।
(I hope the above information will be useful and important. )
Thank you.
R. F. Tembhre
(Teacher)
infosrf.com

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Comments

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    Kunal

    Posted on September 08, 2021 02:09PM

    Reply
  • img

    shivcharan

    Posted on September 16, 2021 02:09AM

    Shiv

    Reply

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