योग्यता विस्तार - दशहरा एवं दीपावली पर्व की जानकारी, रामचरितमानस राम का चरित्र, राम प्रसाद 'बिस्मिल'
योग्यता विस्तार
1. दशहरे के बारे में और अधिक जानकारी एकत्रित कीजिए।
दशहरा पर्व–
दशहरा पर्व– दशहरा हिंदुओं का प्रमुख धार्मिक पवित्र पर्व है। यह भारत के प्रत्येक राज्य और कोने कोने में मनाया जाता है। इस पर्व को मनाए जाने से संबंधित अलग-अलग कथाएँ एवं परंपराएँ प्रचलित हैं। विशेष तौर से यह पर्व भगवान राम की अत्याचारी रावण पर विजय के उपलक्ष में मनाया जाता है। इसी दिन बुराई के प्रतीक रावण, मेघनाथ एवं कुम्भकरण की पुतले जलाए जाते हैं। यह पर्व विजयोत्सव के रूप में शक्ति पूजा का है। इस दिन लोग शस्त्रों की पूजा करते हैं एवं जगह-जगह अपने शौर्य एवं साहस का प्रदर्शन करते हैं। भारत के कई क्षेत्रों में इस दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन करने एवं समी (सोनोली) के पत्तों को एक दूसरे को भेंट कर गले मिलने का रिवाज है। यह भाईचारे का पर्व है। इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में देखा जाता है।कक्षा 5 हिन्दी के इन 👇 पाठों को भी पढ़ें।
1. पाठ-7 'दशहरा' पाठ का सारांश, प्रश्नोत्तर (अभ्यास)
2. भाषा अध्ययन (व्याकरण) - शुद्ध शब्द, संयुक्ताक्षर, प्रश्नवाचक एवं संदेहवाचक वाक्य, प्रत्यय जोड़कर संज्ञा से विशेषण बनाना
2. इसी प्रकार दीपावली से सम्बन्धित पारम्परिक कथाओं को एकत्रित कीजिए और उन्हें अपनी कक्षा में सुनाइए।
अपनी कक्षा में इस तरह से दीपावली से संबंधित बातों को सुना सकते हैं–
दीपावली
दीपावली दीपों का पर्व है। यह पर्व कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। इस पर्व के आने से पहले लोग अपने घरों की साफ-सफाई, लिपाई पुताई एवं सजावट करते हैं। इस दिन घरों में तरह-तरह की रोशनी की जाती है, साथ ही बच्चे बम-पटाखे, फुलझड़ी जलाकर खुशी का इजहार करते हैं। इस पर्व को भगवान राम के लंका पर विजय के पश्चात अयोध्या वापस आने की याद में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इस दिन लोग भगवान गणेश एवं माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं। दीपावली पर्व के पूर्व एवं इसके बाद भी अन्य पर्व जैसे धनतेरस, गोवर्धन पूजा, भाई दूज आदि मनाए जाते हैं। यह प्रकाश का पर्व है, इसे लोग हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं, नाचते हैं, झूमते हैं, गाते हैं।
3. रामचरित मानस से राम के चरित्र के बारे में और जानकारी एकत्रित कीजिए।
रामचरित मानस से राम के चरित्र
भगवान राम को मर्यादा पुरूषोत्तम कहा जाता है। उन्होंने इस संसार में ऐसी लीला रची जो कि जनमानस के लिए एक आदर्श है। उनके जीवन का कोई भी अध्याय ऐसा नहीं है जहाँ उन्होंने मर्यादा का उल्लंघन किया हो। माता-पिता का आदर, आज्ञा-पालन एवं भाइयों से स्नेह इस संसार के लिए एक उदाहरण है। रामायण एवं रामचरितमानस जनमानस के लिए सबसे पवित्र ग्रंथ हैं, जिसमें भगवान राम की संपूर्ण जीवन कथा का वर्णन है। उनके जीवन के प्रत्येक अंश से हमें प्रेरणा प्राप्त होती है। भगवान राम की बाल्यावस्था, उनका विवाह, वन गमन, रावण वन एवं लंका पर विजय से संबंधित प्रकरण जनमानस को सदैव प्रेरणा देते रहेंगे।
कक्षा 5 हिन्दी के इन 👇 पाठों को भी पढ़ें।
1. पाठ 1 'पुष्प की अभिलाषा' कविता का भावार्थ
2. पाठ 1 'पुष्प की अभिलाषा' अभ्यास (प्रश्नोत्तर एवं व्याकरण
3. पाठ 2 'बुद्धि का फल' कक्षा पाँचवी
4. पाठ 3 पं. ईश्वरचन्द्र विद्यासागर अभ्यास कार्य (प्रश्नोत्तर एवं व्याकरण
5. पाठ 4 'हम भी सीखें' कविता का भावार्थ एवं प्रश्नोत्तर
4. रामप्रसाद 'बिस्मिल' के बारे में पुस्तकालय से जानकारी एकत्रित कीजिए। आपके यहाँ दशहरा कैसे मनाया जाता है, लिखिए।
क्रांतिकारी रामप्रसाद 'बिस्मिल'
राम प्रसाद 'बिस्मिल' भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की क्रान्तिकारी गतिविधियों के एक प्रमुख आंदोलनकारी थे। उनका जन्म 11 जून 1897 को शाहजहाँपुर (ब्रिटिश भारत) में हुआ था। उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए घोर प्रयास किए। अंततः उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान कर दिया। जिन्हें 30 वर्ष की आयु में 19 दिसंबर 1927 को अंग्रेजी हुकूमत ने गोरखपुर जेल में फाँसी दे दी थी। वे मैनपुरी षड्यन्त्र व काकोरी-काण्ड जैसी कई घटनाओं में शामिल थे। वे हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के सदस्य भी थे।
हमारे यहाँ ऐसे मनाते हैं दशहरा पर्व
दशहरा पर्व को हमारे यहाँ विजयोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन प्रत्येक घर में शस्त्रों की पूजा की जाती है। शायंकाल में लोग अपने-अपने वाहनों से खेतों एवं जंगलों की ओर नीलकंठ पक्षी के दर्शन करने के लिए जाते हैं। जैसे ही पक्षी के दर्शन होते हैं उन्हें अक्षत (चावल) अर्पण करके नमस्कार कर किया जाता है। शाम के समय लोग एक दूसरे को शमी के पत्ते भेंट कर बधाइयाँ देते हैं। रात्रि के समय बुराई के प्रतीक रावण, मेघनाथ एवं कुम्भकरण के पुतलों का दहन किया जाता है। घरों में पकवान बनाए जाते हैं। सभी लोग खुशी-खुशी इस पर्व को मनाते हैं।
कक्षा 5 हिन्दी के इन 👇 पाठों को भी पढ़ें।
1. पाठ 5 ईदगाह अभ्यास
2. पाठ - 6 पन्ना का तत्याग भावार्थ
3. पाठ 6 'पन्ना का त्याग' अभ्यास - प्रश्नोत्तर
4. भाषा अध्ययन (व्याकरण) - शुद्ध शब्द, तुकांत, पर्यायवाची, विलोम, अनेकार्थी शब्द
सुवाक्य – भौतिक सुख चाहे जिस लोक में हो, प्रकृति के नियमों से बँधा होने के कारण नाशवान है।
आशा है, उपरोक्त जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।
धन्यवाद।
R F Temre
rfcompetition.com
I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
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